बहुत ही चुप्पी साधी हमने
कई बर्षौं से
तुम्हारे हरकतो से मर्माहत हुते हुए भी
तुम्हारे जुल्म से जलते हुअेी भी
बात सही भी है तुम ताकतबर थे
हमसे कही ज्यादा
ताकतवरों से तरस खाना
स्वाभाविक ही था
इतिहास हमेंं यही बताता है
द्युनिया हमें यही जताती है
हार माननी पडती है
कमजोरों को
ताकतवरोें के सामने
तुमने हमारे नदियौं. पर कव्जे किए
हम चुप रहे
्तुमने हमारे जमीनों पर
कदम बढाये
हम देखते रहे
कुछ बोल न पाए
कुछ कर न पाए
सिर्फ इसलिए कि तुक ताकतबर थे
हम काफी कमजोेर थे
देखते देखते तुमने
पशुपति नगरकी और पाव बढाया
देखते देखते तुमने
महेशपुर की ओर कदम बढाया
देखते देखते तुमने
सुस्ता पर धावा किया
कालापानी कक्जा किया
लिम्पियाधुर लिपुलेख पर हमला किया
देखते देखत तुमने
देश के हर जगह पर लक्ष्ममण रेखा पार किया तुमने
जंगे पिलर उखाड फेंका तुमने दिन दहाडे
इस पार के गावों को तुमने
उस पार का गाँव बनाया
रातों रात
नेपाली नागरिक हो कर सोए हुए थे हम
शाम कोे
सुबह उठे तो हमने पाया
हम इन्डिन हो गए थे
खो दिया था हमने अपना पहिचान
खो दिया था हमने अपना इतिहास
खो खिया था हमने अपना भूगोल
हम क्या थे
हम क्या हो गए
हम ही नहीं समझ पाते
ऐसा हो ही नहीं सकता
हम सबकुछ भूल सकत े हैं
लेकिन हम अपने आप को भूल नहीं सकते
भूल नही सकते
अपना परिचय
अपनी पहिचान
हम उतने ज्ञान शुण्य भी नही है
जो तुमार िहर हरकतको
समझ न पाए
और सो जाए
बेखबर
रात बित गई है
सबेरा हुआ है
शुरु किया है हमने
प्हिचानना
कौन मित्र है हमारा
और कौन दुश्मन
समझ कर तुम्कारी हर हरकत
उमडने लगा है हमारा खुन
कब तक चुप्पी साधे बैठे रहते हम
कब तक कुम्भकरण के नींद मे सोते रहते हम
कम तक तुम्हारे हरकतो. पर आँख मुँद लेते रहते हम
कब तक तुम्हारे हर जुल्मको बरदास्त करते रहते हम
हर चीजकी समिा होती है
हर चीजका हद होता है
उसके बाद जो होेना चाहिए
बही होता है
आजजो ओ रहा है हमारे बतन पर
वही हो रहो है
और बही होना भी चाहिए
जेहाद छेड दी है हमने तुम्हारे खिलाफ
और यह जियाद तबत क चलता रहेगा
जब तक हम हमारी खुई हुअी जमीन
जब तक हम हमारा गुमा हुआ अधिकार
वापस न ले आए
भीष्म प्रतीज्ञा कि है हमने
कुचल देगें हम
हर तुम्हारे बुरे इरादों को
खदेड देगें हम तुम्हे सीमा के उस पार
जरुरत परे तो लगा देंगे हम
चारौं ओर
काँटेतार
हम समझ रहे हैं
देश रहा तो हम रहेगें
हम रहे तो देश रहेगा
कोई नहीं कर सकता हमे
देश से जुदा
कोई नहीं कर सकता देशको
हम से जुदा
सच यही है
र्और सच यह िरहेगा
सच को दुनिया की काही ताकत बदल नहीं सकती
बन्द करो हर हरकते
बन्द करो खेल तमाशा
सुनलो बोलने लगे हैं हम
बोलते रहेगें तुम्हारे खिलाफ
तब तक बोलते रहेगें
तब तक जंग करते रहेगें
जब तक मिल न जाये हमें इन्साफ
जब तक हो न जाए तुम्हारे साथ हमारा
हिसाब किताब साफ ।
१ं८–११–२०१९
२–८–२०७६
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